Busy Sky Team
दोपहर का भोजन
प्रश्न 1.सिधेस्वारी ने अपने बड़े बेटे रामचंद्र से मझले बेटे मोहन के बारे में क्यों झूट बोला ?
उत्तर .. सिधेस्वारी ने रामचंद्र से मोहन के बारे में कई झूट बोले सिधेस्वारी को मोहन के बारे में कुछ भी मालूम नही था फिर भी वह उससे झूठ बोली , किसी लड़के यहाँ पढने गया है आता ही होगा दिमाग उसका बड़ा ही तेज है और उसकी तबियत चोबीस घंटे पढने में ही लगी रहती है
प्रश्न 2 . कहानी के सबसे जीवन पात्र के चरित्र को ढूंढता का उदहारण सहित वर्णन कीजिये ?
उत्तर ... कहानी का सबसे जुवान पात्र सिदेस्वारी वह जानती है / घर की अस्तिथि सही नही है / खाना नही है / फिर भी घर में किसी को भी पता नही चलने देती उसे पता है की परिवार्जंक सच्चाई से वाकिफ नही है लेकिन अपने झूट से वह उनके अंदर विस्वास कयन रखती है
प्रश्न 3 . कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिये जिससे गरीबी का विविशत झक रही है ?
उत्तर .. (क)-लड़का नंग -घनग पीड़ित था उसकी छाती वह गले की हड्डिय दिखाई दे रही थी उसके हाथ पैर सूखे ककड़ी की तरह प्रतीत हो रहे थे
उत्तर (ख)- बच्चो के मुह पर अपना एक कटा गन्दा ब्लाउज डाल दिया
उत्तर (ग)-सारा घर मखियों से भन्न -भन्न कर रहा था
प्रश्न 4 .सिदेस्वारी का एक से दुसरे सदस्य के विषय में झूट बोलना परिवार को जोड़ना का अथक प्रयास था इस सम्बन्ध में अपने विचार लिखिए ?
उत्तर .. सिदेस्वारी अपने परिवार को जोड़े रखने के लिए परिवार के सारे सदस्य की बारी प्रसंसा करती है / उसका मझिला बेटा बिलकुल नही पढता और छोटा बेटा रोता रहता है अपने बड़े बेटे रामचन्द्र को यह सब बताकर उसे दुखी नही करना चाहती थी इसलिए दोनों भाइयो की प्रन्संसा करती इस प्रकार सिदेस्वारी ने एक से दुसरे सदस्य को झूट बोलकर परिवार जोड़े रकने का प्रयास करती है /
प्रश्न 5 . अमरनाथ आम बोलचाल की एसी भासा का प्रयोग किया गया जिससे कहानी का सवेंदना पूरी तरह उभरकर आ जाती है कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिये ?
उत्तर .. अमरनाथ की कहानियो की आम बोलचाल का प्रयोग किया गया है कहानी में परिवार का सदस्य घर के आभाव से परिचित है इसलिए वह दोपहर के भोजन में एक या दो रोटी खाकर ही भूके पेट उठ जाते है कहानी में बोलचाल व सहज भाषा का प्रयोग किया है वह मतवाले की तरह उठी और गगर में लोटा भर पानी घट घट कर गई
प्रश्न 6 . रामचंद्र मोहन और मुंशी जी खाते समय रोटी न लेने के लिए बहाने करते / उसमे क्या तिविष्ट है स्पष्ट कीजिये ?
उत्तर .. वे सब घर की परिस्तिथि से वाकिफ है इसलिए सिदेस्वारी के बार -बार आग्रह करने के बाद भी रोटी लेने से मना कर दिया / जिसके लिए उन्होंने मारे
प्रश्न 7. मुंशी जी तथा सिदेस्वारी का अस्बध बाते कहानी से कैसे सबंध है ?
उत्तर .. दोपहर के भोजन के समय सिदेस्वारी तथा मुंशी जी के द्वारा की गई अस्बंध बाते किसी न किसी तरह से कहानी से सम्बन्ध है मुंशी जी चुपचाप दुबके हुए खा रहे थे दो दिनों से मोन वर्त रखा था और उसे आज तोड़ेंगे तभी सिदेस्वारी कहती है अब बारिस नही होगी इस बात पे मुंशी जी को प्रतिक्रिया नही हुई
प्रश्न 8. दोपहर का भोजन शीर्षक किन दिर्स्तियों से पुर्द्त्य सार्थक है ?
उत्तर .. दोपहर का भोजन कहानी नायिका सिदेस्वारी खाना बनाकर परिवार का इंतजार कर रही होती है सबको पहले उसका बड़ा बेटा रामचंद्र आया उसके बाद उसका मंझिला बेटा और उसका पति आया और बाद में सिदेस्वारी ने आधी रोटी खा के पेट भरने का प्रयाश किया /
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